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Cooking Oil Price GST : खाने का तेल हुआ इतना जयदा सस्ता, अब पहले से कम दाम में मिलेगा खाने वाला तेल

Published On: October 10, 2025
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Cooking Oil Price GST : खाने का तेल हुआ इतना जयदा सस्ता, अब पहले से कम दाम में मिलेगा खाने वाला तेल

Cooking Oil Price: महंगाई के इस दौर में जब हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं, तब खाने के तेल की कीमतों में आई गिरावट आम आदमी के लिए एक सुखद समाचार है। पिछले कुछ सप्ताहों में सोयाबीन, सूरजमुखी और पाम ऑयल की कीमतों में महत्वपूर्ण कमी देखी गई है, जिससे रसोई का खर्च कम होने की उम्मीद जगी है। त्योहारी सीजन से पहले यह राहत घरेलू महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

देश भर में खुदरा बाजारों में इस कीमत में कटौती का असर दिखने लगा है। जहां पहले एक लीटर खाने का तेल ₹120-130 में मिल रहा था, वहीं अब यह ₹110-120 के बीच उपलब्ध है। यह बदलाव न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है, जहां तेल की खपत अधिक होती है।

तेल की कीमतों में कितनी आई कमी और क्यों

बाजार की रिपोर्टों के अनुसार, विभिन्न प्रकार के खाने के तेलों में ₹5 से ₹8 प्रति लीटर तक की गिरावट दर्ज की गई है। सोयाबीन तेल में सबसे ज्यादा ₹8 प्रति लीटर की कमी आई है, जबकि सूरजमुखी तेल में ₹6 और पाम ऑयल में ₹5 प्रति लीटर का फायदा मिल रहा है। इस कमी के पीछे मुख्य कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता और भारत में बेहतर आपूर्ति श्रृंखला है।

इसके अलावा, सरकारी नीतियों और आयात शुल्क में राहत का भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल तिलहन का उत्पादन भी बेहतर रहा है, जिससे घरेलू आपूर्ति में वृद्धि हुई है। मानसून की अच्छी बारिश और किसानों की बढ़ती जागरूकता ने भी इस सकारात्मक बदलाव में योगदान दिया है।

प्रमुख कंपनियों ने घटाए अपने उत्पादों के दाम

बाजार की अग्रणी कंपनियों ने इस ट्रेंड को देखते हुए अपने ब्रांडेड तेलों की कीमतों में कटौती की है। फॉर्च्यून, धारा, जेमिनी, सुंड्रॉप और गोदरेज जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने पैकेज्ड ऑयल के रेट में ₹4 से ₹7 तक की कमी की है। यह कदम न केवल ग्राहकों के लिए फायदेमंद है बल्कि कंपनियों की बिक्री बढ़ाने की रणनीति का भी हिस्सा है।

इन कंपनियों का मानना है कि कीमत में कमी से उनकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी और ग्राहकों का भरोसा मजबूत होगा। खासकर त्योहारी सीजन में जब खाना पकाने की मात्रा बढ़ जाती है, तब यह रणनीति और भी प्रभावी साबित हो सकती है। कई कंपनियों ने अपने डिस्ट्रिब्यूटर्स और रिटेलर्स को भी निर्देश दिए हैं कि वे नई कीमतों को जल्द से जल्द लागू करें।

आम उपभोक्ताओं को मिलने वाले फायदे

खाने के तेल की कीमतों में कमी का सबसे बड़ा फायदा मध्यम वर्गीय और निम्न आय वाले परिवारों को मिलेगा। एक औसत परिवार महीने में लगभग 2-3 लीटर तेल का उपयोग करता है, जिससे अब उन्हें ₹15-25 तक की मासिक बचत हो सकती है। साल भर में यह बचत ₹200-300 तक हो सकती है, जो एक सामान्य परिवार के लिए महत्वपूर्ण राशि है।

इसके अतिरिक्त, छोटे व्यापारी और ढाबा मालिकों के लिए भी यह खुशखबरी है क्योंकि उनकी operating cost में कमी आएगी। खासकर फूड इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों के लिए यह बदलाव profit margin बढ़ाने में मददगार साबित होगा। रेस्टोरेंट और कैटरिंग बिजनेस में भी इसका सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।

बाजार में दिख रहे सकारात्मक संकेत

थोक बाजारों में तेल व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में कीमतों में और भी स्थिरता आ सकती है। कई राज्य सरकारों ने भी अपनी PDS दुकानों में सब्सिडी वाला तेल उपलब्ध कराने की घोषणा की है। यह कदम गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए और भी राहत लेकर आएगा।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थिरता बनी रहे तो आने वाले महीनों में तेल की कीमतें और भी नीचे आ सकती हैं। फसल कटाई का सीजन भी शुरू होने वाला है, जिससे domestic supply में वृद्धि होगी। इससे आयात पर निर्भरता कम होगी और कीमतें स्थिर रह सकती हैं।

त्योहारी सीजन में मिलेगी अतिरिक्त राहत

दीवाली, दशहरा और अन्य त्योहारों के दौरान घरों में मिठाइयां और पकवान बनाने की परंपरा है, जिसमें तेल की खपत काफी बढ़ जाती है। इस समय तेल की कीमतों में कमी आना परिवारों के लिए दोहरी खुशी लेकर आया है। अब लोग बिना budget की चिंता किए अपने त्योहारों को मना सकते हैं और पारंपरिक व्यंजन बना सकते हैं।

खुदरा व्यापारियों का भी कहना है कि त्योहारी सीजन में तेल की बिक्री में 30-40% तक का इजाफा होता है। कीमतों में कमी के कारण इस बार demand और भी बढ़ने की संभावना है। कई दुकानदारों ने bulk quantity में तेल stock करना शुरू कर दिया है ताकि त्योहारी rush के दौरान shortage न हो।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। कीमतों में बदलाव बाजार की स्थिति और स्थान के अनुसार अलग हो सकते हैं। खरीदारी से पहले स्थानीय बाजार की जांच अवश्य करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं है।

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