ड्राइविंग लाइसेंस अब बिना RTO जाए सिर्फ आधार से घर बैठे बनाएं Driving License Online Apply Today
Driving License Online Apply: आज के डिजिटल युग में सरकार ने नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। अब आपको आरटीओ कार्यालय के लंबे इंतजार और बार-बार चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। परिवहन मंत्रालय की सारथी पोर्टल के माध्यम से आप घर बैठे अपने आधार कार्ड की मदद से ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह सुविधा न केवल समय की बचत करती है बल्कि पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान भी बनाती है।

भारत में वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस रखना कानूनी रूप से अनिवार्य है। मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई हो सकती है। ऑनलाइन प्रक्रिया ने इस जरूरी दस्तावेज को प्राप्त करना काफी सरल बना दिया है। आइए जानते हैं कि कैसे आप घर बैठे अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकते हैं और इसके लिए क्या जरूरी है।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जरूरी पात्रता शर्तें
ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए भारत सरकार ने कुछ बुनियादी पात्रता मानदंड निर्धारित किए हैं। सबसे पहली शर्त यह है कि आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए और उसे मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। बिना गियर वाले दोपहिया वाहन के लिए न्यूनतम आयु 16 वर्ष है, लेकिन इसके लिए माता-पिता या अभिभावक की लिखित सहमति अनिवार्य होती है। अन्य सभी प्रकार के वाहनों को चलाने के लिए आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
इसके अलावा आवेदक को ट्रैफिक नियमों, सड़क संकेतों और वाहन सुरक्षा के बारे में बुनियादी जानकारी होनी जरूरी है। लर्निंग लाइसेंस टेस्ट में इन्हीं विषयों से सवाल पूछे जाते हैं। यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है जो वाहन चलाने में बाधा उत्पन्न कर सकती है, तो आपको मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता हो सकती है। सही पात्रता और दस्तावेजों के साथ आप आसानी से लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज और उनका महत्व
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। पहचान प्रमाण के लिए आप आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट में से कोई भी दस्तावेज उपयोग कर सकते हैं। वर्तमान में आधार कार्ड सबसे अधिक स्वीकृत और उपयोगी दस्तावेज है क्योंकि यह पहचान और पते दोनों के प्रमाण के रूप में काम करता है। पते के प्रमाण के लिए राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल या बैंक स्टेटमेंट भी मान्य है।
आयु प्रमाण के लिए जन्म प्रमाण पत्र, दसवीं कक्षा की मार्कशीट या पैन कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही आपको हाल ही में खींची गई पासपोर्ट साइज फोटो की भी जरूरत होगी। सभी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी स्पष्ट और पठनीय होनी चाहिए। ऑनलाइन आवेदन के दौरान इन दस्तावेजों को पीडीएफ या इमेज फॉर्मेट में अपलोड करना होता है, इसलिए पहले से इन्हें तैयार रखें।
लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया
लर्निंग लाइसेंस ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की पहली सीढ़ी है। इसके लिए सबसे पहले परिवहन मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट sarathi.parivahan.gov.in पर जाएं। होमपेज पर अपने राज्य का चयन करें और फिर लर्नर लाइसेंस अप्लाई करने का विकल्प चुनें। अब आपको नया उपयोगकर्ता पंजीकरण करना होगा जिसमें आपका नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी डालनी होगी। पंजीकरण के बाद आपको लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिलेगा।
लॉगिन करने के बाद आवेदन फॉर्म भरें जिसमें व्यक्तिगत जानकारी, पता विवरण और वाहन का प्रकार चुनना होगा। आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित करें और सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। फॉर्म पूरा होने के बाद 150 रुपये की फीस ऑनलाइन भुगतान करें। भुगतान सफल होने पर आपको टेस्ट स्लॉट बुक करने का विकल्प मिलेगा जहां आप अपनी सुविधा अनुसार तारीख और समय चुन सकते हैं।
ऑनलाइन लर्निंग टेस्ट देने का तरीका
लर्निंग लाइसेंस टेस्ट पूरी तरह कंप्यूटर आधारित है और इसे घर बैठे या आरटीओ के टेस्ट सेंटर पर दिया जा सकता है। टेस्ट में ट्रैफिक नियम, सड़क संकेत, सुरक्षा उपाय और वाहन चलाने के बुनियादी नियमों से संबंधित बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। हिंदी और अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में टेस्ट उपलब्ध है। आमतौर पर 15 से 20 प्रश्न होते हैं और पास होने के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक जरूरी हैं।
टेस्ट के लिए निर्धारित समय सीमा होती है इसलिए हर सवाल को ध्यान से पढ़ें और जल्दबाजी से बचें। यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं जानते तो उसे छोड़कर आगे बढ़ सकते हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देने के बाद सबमिट बटन दबाएं और तुरंत आपका परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। पास होने पर आपका लर्निंग लाइसेंस तुरंत जारी हो जाता है जिसे आप डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं।
स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया
लर्निंग लाइसेंस मिलने के बाद आपको कम से कम 30 दिन और अधिकतम 6 महीने के भीतर स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है। इस अवधि में आपको लर्नर के रूप में वाहन चलाने का अभ्यास करना होता है। स्थायी लाइसेंस के लिए फिर से सारथी पोर्टल पर जाएं और ड्राइविंग लाइसेंस अप्लाई करने का विकल्प चुनें। अपने लर्निंग लाइसेंस नंबर और जन्मतिथि के साथ लॉगिन करें और आवेदन फॉर्म भरें।
फॉर्म पूरा करने के बाद आपको आरटीओ में ड्राइविंग टेस्ट के लिए अपॉइंटमेंट बुक करना होगा। 300 रुपये का टेस्ट शुल्क और 200 रुपये का लाइसेंस जारी करने का शुल्क ऑनलाइन जमा करें। निर्धारित तारीख को अपने नजदीकी आरटीओ कार्यालय में जाएं और व्यावहारिक ड्राइविंग टेस्ट दें। टेस्ट में आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता, नियमों का पालन और सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी की जांच की जाती है।
विभिन्न प्रकार के ड्राइविंग लाइसेंस
भारत में विभिन्न उद्देश्यों के लिए अलग-अलग प्रकार के ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाते हैं। लर्नर लाइसेंस सबसे बुनियादी लाइसेंस है जो आपको एक अनुभवी ड्राइवर की निगरानी में वाहन चलाने की अनुमति देता है। पर्मानेंट या नियमित ड्राइविंग लाइसेंस व्यक्तिगत उपयोग के लिए वाहन चलाने की पूर्ण अनुमति देता है और यह 20 वर्ष या 50 वर्ष की आयु तक वैध रहता है। इसे नवीनीकरण के बाद आगे बढ़ाया जा सकता है।
कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस उन लोगों के लिए है जो व्यावसायिक उद्देश्य से वाहन चलाते हैं जैसे टैक्सी, ट्रक या बस ड्राइवर। इसके लिए अतिरिक्त प्रशिक्षण और परीक्षण की आवश्यकता होती है। अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट विदेश यात्रा के दौरान वाहन चलाने के लिए जारी किया जाता है। यह भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ मान्य होता है और इसकी वैधता एक वर्ष या आपकी विदेश यात्रा की अवधि तक होती है।
लाइसेंस शुल्क और अन्य खर्च
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में होने वाला खर्च काफी किफायती है। लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदन शुल्क 150 रुपये है जो ऑनलाइन भुगतान करना होता है। इसके बाद जब आप स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन करते हैं तो ड्राइविंग टेस्ट का शुल्क 300 रुपये और लाइसेंस जारी करने का शुल्क 200 रुपये अलग से देना होता है। यदि आप अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट बनवाना चाहते हैं तो इसका शुल्क 1000 रुपये है।
डुप्लीकेट लाइसेंस या पते में बदलाव के लिए 200 रुपये का शुल्क निर्धारित है। लाइसेंस का नवीनीकरण भी लगभग इसी शुल्क पर किया जा सकता है। सभी भुगतान ऑनलाइन डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से किए जा सकते हैं। कोई भी अतिरिक्त या छिपा हुआ शुल्क नहीं है। यह पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया है जिसमें आपको केवल सरकारी निर्धारित दरें ही चुकानी होती हैं।
ऑनलाइन लाइसेंस बनवाने के फायदे
ऑनलाइन प्रक्रिया ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना बेहद सुविधाजनक बना दिया है। सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको आरटीओ कार्यालय के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ते। घर बैठे आवेदन करने से समय और पैसे दोनों की बचत होती है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है और आप हर चरण पर अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं। ऑनलाइन भुगतान की सुविधा से कैश लेन-देन की जरूरत नहीं रहती।
डिजिटल फॉर्म भरने में गलती होने की संभावना कम होती है क्योंकि सिस्टम आपको जरूरी जानकारी भरने के लिए प्रेरित करता है। आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापन से पहचान प्रमाणित करना आसान हो जाता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार टेस्ट का समय चुन सकते हैं। लाइसेंस जारी होने के बाद आप इसे तुरंत डाउनलोड कर सकते हैं और डिजिटल लाइसेंस के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित नियम और शुल्क समय-समय पर बदल सकते हैं। आवेदन करने से पहले कृपया परिवहन मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट sarathi.parivahan.gov.in पर नवीनतम जानकारी अवश्य देखें। सभी शुल्क और प्रक्रिया राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है। सही और अद्यतन जानकारी के लिए अपने नजदीकी आरटीओ कार्यालय से संपर्क करें।






